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ऑपरेशन सिंदूर: सोफिया ख्रेशी और वामिका सिंह का शौर्य दुश्मन को धूल चटाने वाली दो शेरनियाँ!


“अगर बेटियाँ बंदूक उठाएं, तो दुश्मन की सांसें खुद-ब-खुद थम जाएं!”


2025 का ऑपरेशन सिंदूर ना सिर्फ एक सैन्य सफलता थी, बल्कि यह महिला शक्ति की सबसे बड़ी मिसाल बनकर उभरा। और इस ऑपरेशन की दो सबसे बड़ी शेरनिया रहीं — मेजर सोफिया ख्रेशी और कैप्टन वामिका सिंह।


"भारतीय सेना की दो महिला अधिकारी - मेजर सोफिया क्वेशी और कैप्टन वामिका सिंह 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान युद्धभूमि की पृष्ठभूमि में"

आखिर क्या था ऑपरेशन सिंदूर?

एक अंडरकवर मिशन जिसमें दुश्मन के इलाके में घुसकर आतंकी के अड्डों को तबाह किया गया। इस मिशन को रात के अंधेरे में आजम दिया गया ये मिशन टॉप सीक्रेट था और एक सेकंड की देरी भी जानलेवा हो सकती थी।


मेजर सोफिया ख्रेशी – फौलादी इरादों वाली लीडर

दुश्मन के रेडियो बंकर को एक ही स्ट्राइक में उड़ाया

यूनिट को बिना जान गंवाए टारगेट ज़ोन तक पहुँचाया

दुश्मन के रेडियो इंटरसेप्ट को ट्रैक किया और गुप्त रास्ता चुना

"अगर वो 3 सेकंड लेट होतीं, तो पूरा मिशन फेल हो सकता था।" — एक सीनियर जनरल


कैप्टन वामिका सिंह – युद्ध क्षेत्र की असली शेरनी!

तीन चौकियों पर दुश्मन से आमना-सामना किया, दो घायल जवानों को सुरक्षित जोन तक पहुंचाया और ग्रेनेड हमले के बीच कमांड को संभाले रखा उनकी गर्जना: “पीछे नहीं हटते बेटा, आज दुश्मन की ज़मीन पर तिरंगा लहराएगा!” यही जोसिले शब्द उनकी वीरता का प्रमाण है।

"हम भारत की बेटियां किसी से कम नहीं, हमको हरा दे इतना किसी में दम नहीं"


"ऑपरेशन सिंदूर 2.0 पोस्टर में दो भारतीय महिला कमांडो आधुनिक हथियारों के साथ तिरंगे की पृष्ठभूमि में"

दो शेरनियों ने मिलकर रचा इतिहास! पाकिस्तान को मिला मुंह तड़ जवाब

ऑपरेशन सिंदूर 2.0 मिशन लगातार 36 घंटे तक चलता रहा!

17 आतंकियों का किया कुछ ही क्षणों में सफाया, भारतीय जवानों को रेस्क्यू किया और दुश्मनो का रेडियो कंट्रोल बंकर पूरी नष्ट कर दिया।


सरकार ने की युवतियों के सम्मान की तैयारी!

भारत सरकार इन दोनों युवती को “शौर्य चक्र” देने की तैयारी में है। सोशल मीडिया पर जनता पहले ही इन्हें भारत की असली नायिकाएं घोषित कर चुकी है। अब बस उनके सामान और शौर्य के प्रमाण की बारी है।


निष्कर्ष:

जब वर्दी पहनती हैं बेटियाँ, तो सरहद पर शेर भी दहाड़ते नहीं — डरते हैं!

सोफिया ख्रेशी और वामिका सिंह ने साबित किया कि देशभक्ति अब सिर्फ नारे नहीं, बल्कि बंदूकें भी बन चुकी हैं — और वो बंदूकें अब बेटियाँ भी उठा सकती हैं! और दुश्मन के छक्के भी छुड़ा सकती है।

"जय हिन्द जय भारत"


इन दोनो जाबाज भारतीय युवतियों के लिए एक लाइक और कमेंट जरूर करें!

 
 
 

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